Monday, September 05, 2011

UP BTC 2011

बीए व बीएससी पास को ही बीटीसी में दाखिला
प्रदेश में संचालित दो वर्षीय बेसिक टीचर सर्टिफिकेट (बीटीसी) प्रशिक्षण में स्नातक स्तर पर बीटेक, बीबीए, बीसीए सरीखे प्रोफेशनल पाठ्यक्रम उत्तीर्ण करने वाले अभ्यर्थी अब दाखिला नहीं पा सकेंगे। राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (एनसीटीई) की ओर से जारी अधिसूचना के क्रम में बीटीसी ट्रेनिंग में सिर्फ बीए, बीएससी या बीकॉम उत्तीर्ण अभ्यर्थियों को ही मेरिट के आधार पर प्रवेश दिया जाएगा। यह भी पहली बार होगा कि जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट) में बीटीसी ट्रेनिंग हासिल करने वाले अभ्यर्थियों को शुल्क देना होगा। बीटीसी चयन प्रक्रिया के संबंध में शासनादेश के मुताबिक
बीटीसी प्रशिक्षण के लिए अभ्यर्थी निवास के जिले के डायट में आवेदन करेंगे। प्रशिक्षण में प्रवेश के समय अभ्यर्थियों को संबंधित जिले का निवास प्रमाणपत्र प्रस्तुत करना जरूरी होगा। जिन जिलों में स्थापित डायट को एनसीटीई ने बीटीसी प्रशिक्षण के लिए मान्यता नहीं है या वे नवसृजित जिले जिनमें डायट स्थापित नहीं किये जा सके हैं, उनमें रहने वाले अभ्यर्थी निवास से संबंधित आवेदन पत्र उस जिले में भेज सकेंगे जिस अविभाजित/मूल जिले का वह हिस्सा है। बीटीसी प्रशिक्षण के लिए गृह जिले में आवेदन करने को सिर्फ वही अभ्यर्थी पात्र होंगे जिन्होंने बीए, बीएससी या बीकॉम परीक्षा न्यूनतम 50 प्रतिशत अंकों के साथ उत्तीर्ण की हो। बीकॉम अर्हताधारी अभ्यर्थियों को कला वर्ग में रखा जाएगा। आवेदन के लिए अभ्यर्थी की आयु पहली जुलाई 2011 को 18 साल से कम और 30 वर्ष से अधिक नहीं होनी चाहिए। आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थियों को न्यूनतम अंकों में पांच फीसदी और अधिकतम आयु सीमा में पांच वर्ष की छूट दी जाएगी। एक अभ्यर्थी के एक से अधिक आवेदन पत्र जमा करने पर उसके सभी आवेदन पत्र निरस्त माने जाएंगे। डायट में आवेदन पत्र प्राप्त करने की अंतिम तिथि 24 सितंबर तय की गई है। मेरिट पर आधारित बीटीसी चयन में अभ्यर्थियों के आवेदन पत्र में उल्लिखित हाइस्कूल, इंटरमीडिएट व बीए/बीएससी/बीकॉम परीक्षा के प्राप्तांक प्रतिशत के योग के आधार पर गुणांक निर्धारित करते हुए जिला स्तरीय श्रेष्ठता सूची तैयार की जाएगी और वरीयता क्रम में वर्ग/श्रेणीवार चयन की कार्यवाही की जाएगी। बीएससी, बीएससी (एजी) या बीएससी (गृह विज्ञान) परीक्षा उत्तीर्ण अभ्यर्थी विज्ञान वर्ग के माने जाएंगे यदि उन्होंने इंटरमीडिएट परीक्षा विज्ञान/कृषि वर्ग से उत्तीर्ण की हो। चयन प्रक्रिया के तहत पहले डायट और फिर निजी संस्थानों को अभ्यर्थी उपलब्ध कराये जाएंगे। डायट में चयनित अभ्यर्थियों को ट्रेनिंग के लिए हर साल 4600 रुपये शुल्क देना होगा। इसमें एक हजार रुपये कॉशन मनी के तौर पर लिये जाएंगे जिसे ट्रेनिंग के बाद अभ्यर्थी को लौटा दिया जाएगा। इसके अलावा डायट में छात्रावास की सुविधा लेने वाले छात्रों को प्रतिवर्ष 1200 रुपये छात्रावास शुल्क के रूप में अदा करने होंगे। इसमें मेस चार्ज शामिल नहीं है।
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