Saturday, May 15, 2021

Corona Vaccination: Trick to get Slot, How to get Slot for Vaccination

वैक्सीनेशन स्लॉट कैसे बुक करें? अपनाएं ये आसान ट्रिक

कोरोना को मात देने के लिए कोविड-19 वैक्सीन का डोज लेने के लिए रजिस्ट्रेशन तेजी हो रहा है। अपने स्लॉट बुक करने के लिए यहां बताए गए आसान रास्ते अपनाएं।

जब कोरोना वायरस (कोविड-19) की पहली लहर आई और उसके बाद वैक्सीन तैयार की गई तब भारत में वैक्सीन को लेकर लोगों में सुस्ती और उदासीनता देखी गई। लेकिन कोविड-19 की दूसरी लहर ने क्या शहर, क्या गांव सब जगह इस तरह कहर बरपाया कि लोग वैक्सीन लेने के लिए भाग दौड़ करने लगे। देश भर में कोरोना वैक्सीन अभियान चलाया गया। लोग तेजी से अपने स्लॉट बुक करने लगे। लेकिन अब समस्या पर्याप्त स्लॉट उपलब्ध नहीं होने की है। नियम के अनुसार, कोई भी बिना स्लॉट के वैक्सीनेशन सेंटर पर नहीं पहुंच सकता है।

How to book vaccination slot? Follow these easy tricks
वैक्सीनेशन स्लॉट पाने के तरीके
किसी को भी जब COWIN प्लेटफॉर्म पर स्लॉट बुक करना होता है तब उस व्यक्ति का नाम, उम्र, फोटो-आईडी डिटेल दर्ज करने के बाद स्लॉट मिलता है। यह बुकिंग स्लॉट मुश्किल साबित हो रहा है। डिमांड-सप्लाई गैप स्वास्थ्य अधिकारियों और नागरिकों को समान रूप से परेशान कर रहा है। वैक्सीनेशन के लिए COWIN पोर्टल और आरोग्य सेतु ऐप पर शुल्क के साथ और फ्री दोनों तरह से अप्वाइंटमेंट हो रही हैं।

फिर हमने उन लोगों से पूछा जो अपने वैक्सीनेशन स्लॉट को रिजर्व करने में कामयाब रहे थे: क्या इसके लिए कोई टूल या ट्रिक है जिसका आपने इस्तेमाल किया। जिसके जरिये स्लॉट पाने में सफल रहे। नीचे जानिए कैसे आपना स्लॉट प्राप्त करें। 

Under45.in

यह टेलीग्राम मैसेजिंग ऐप पर अलर्ट सेट करेगा जब आपके जिले के लिए स्लॉट खुलेंगे। इस वेबसाइट पर जाएं, अपना राज्य और शहर भरें (ड्रॉप-डाउन मेनू से चुनें)। Under45.in को बर्टी थॉमस (ट्विटर पर @BertyThomas) द्वारा प्रोग्राम किया गया है। यूजर्स को तब एक प्रासंगिक टेलीग्राम चैनल के लिए निर्देशित किया जाता है। जब आप उस चैनल से जुड़ते हैं जो आपके जिले के वैक्सीनेशन स्लॉट के बारे में अलर्ट पाने के लिए है। अब थॉमस ने 45 से अधिक उम्र के व्यक्तियों के साथ-साथ कई ऐसे युवाओं के लिए भी ऐसी सेवाएं शुरू करने का वादा किया है, जिन्होंने लॉग इन किया है कि उनके माता-पिता के दूसरे शॉट्स मुश्किल से आए हैं।

Getjab.in

यह एक और ऐसा मंच है, और यह ईमेल के माध्यम से अलर्ट भेजता है। यह वैक्सीन स्लॉट ओपनिंग नोटिफायर इस तरह काम करता है। Http://getjab.in पर लॉग इन करें और अपना नाम, ईमेल पता, भारत में अपना जिला (और फोन नंबर जो वैकल्पिक हो) भरें। नोटिफाइड बटन पर क्लिक करें। यह आपको एक ईमेल अलर्ट भेजेगा कि किस केंद्र में उपलब्ध स्लॉट, उपलब्ध स्लॉट की संख्या और उपलब्धता की तारीख है। बड़े पैमाने पर भीड़ के कारण, आपका पहला ईमेल रजिस्ट्रेशन के एक दिन बाद आ सकता है। इसलिए धैर्य रखें।

Covialerts.in

इस नोटिफिकेशन सिस्टम के लिए, http://covialerts.in (पहले सिर्फ iPhone पर, लेकिन 4 मई के बाद से टेलीग्राम में चला गया है) में लॉग इन करें।

Vaccinateme.in

Http://vaccinateme.in पर लॉग इन करें। अपेक्षित डिटेल भरें और जब आपकी प्राथमिकता के स्लॉट खुल जाएं तो यह आपको व्हाट्सएप अलर्ट भेज देगा।

Paytm

ऑनलाइन भुगतान दिग्गज ने अपने मोबाइल एप्लिकेशन में एक वैक्सीन फाइंडर को भी एकीकृत किया है। जैसे ही आप इस ऐप पर लेनदेन के लिए अन्य अलर्ट प्राप्त करते हैं, वैसे ही स्लॉट-ओपनिंग अलर्ट भी नोटिफिकेशन के माध्यम से आ जाएगा।

My Government Corona Helpdesk

इस सेवा पर लॉग इन करके, आप टीका केंद्रों पर व्हाट्सएप अपडेट प्राप्त कर सकते हैं। लेकिन उपलब्ध वैक्सीनेशन स्लॉट पर आपको व्यक्तिगत अलर्ट नहीं मिलेगा।

वैक्सीनेशन डे के लिए कुछ टिप्स और ट्रिक्स #VaccineDos

  1. CoWin पोर्टल पर बहुत समय बिताएं, रिप्रेश और चेक करते रहें।
  2. अपनी पसंद को बताएं; वैक्सीनेशन के लिए आप कितनी दूर यात्रा करने के लिए तैयार हैं। आस-पास के कुछ वैक्सीनेशन केंद्रों में जल्दबाजी नहीं हो सकती है जो आपके लिए सुविधाजनक हैं।
  3. याद रखें, किसी भी तरह से अलर्ट के लिए साइन अप करने की गारंटी नहीं है कि आपको वह मिलेगा।
  4. कुछ यूजर्स का कहना है कि स्लॉट खोजने का सबसे अच्छा समय शाम 6 बजे से 11 बजे के बीच है।
  5. अपनी वैक्सीनेशन अप्वाइंटमेंट के लिए लंबी लाइनों में खड़े होने से बचने के लिए 90 मिनट पहले पहुंचें। 
  6. पानी, हैंड सैनिटाइजर, ताजा वाइप्स, एक हाइजीनिक रूप से पैक्ड सैंडविच और स्मार्टफोन लेकर पहुंचें।
  7. जब आफ इंतजार करते हैं तब अपने फोन पर देखें।
  8. वैक्सीन आसानी से लेने के लिए स्लीवलेस पहनें। 

Wednesday, May 12, 2021

Third Wave of Corona: Children precaution

अलर्ट :कोरोना की तीसरी लहर आई तो बच्चों को कैसे दें सुरक्षा कवच, क्या होंगे लक्षण और कैसे उन्हें बचाएं, जानें हर जवाब
अलर्ट :कोरोना की तीसरी लहर आई तो बच्चों को कैसे दें सुरक्षा कवच, क्या होंगे लक्षण और कैसे उन्हें बचाएं, जानें हर जवाब
भारत में कोरोना वायरस की दूसरी लहर से हाहाकार मचा हुआ है। अब कहा जा रहा है कि भारत में कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर आई तो यह बच्चों के लिए खतरनाक होगी। ऐसे खतरे को देखते हुए बेहद जरूरी है कि हम वयस्कों के साथ ही बच्चों की सुरक्षा पर भी विशेष ध्यान दें। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कुछ तरीके बताए हैं, जिन्हें अपनाकर बच्चों को कोरोना संक्रमण से सुरक्षित रखा जा सकता है। 

6 साल से बड़े बच्चों को लगाएं मास्क  
विश्व स्वास्थ्य संगठन और यूनिसेफ का कहना है कि 6 से 11 साल तक के बच्चों को मास्क पहनाना इस बात पर निर्भर करता है कि वे जिस क्षेत्र में रह रहे हैं, वहां संक्रमण की स्थिति क्या है। साथ ही, याद रखें कि दो साल से छोटे बच्चों को मास्क न लगाएं। अभिभावक बच्चों को सोशल डिस्टेंसिंग के बारे में बताएं। बच्चों में बार-बार हाथ धोने की आदत डालें। 

लक्षण : लाल चकत्ते दिखें तो सतर्क हो जाएं
 बच्चे को 1-2 दिन से ज्यादा बुखार रहे। 
अगर बच्चे के शरीर और पैर में लाल चकत्ते हो जाएं। 
अगर आपको बच्चे के चेहरे का रंग नीला दिखने लगे। 
बच्चे को उल्टी-दस्त की समस्या हो। 
अगर बच्चे के हाथ-पैर में सूजन आने लगे। 


ये तरीके अपनाकर बच्चों को मजबूती दें 
1- फेफड़े मजबूत बनाने के लिए बच्चों को गुब्बारे फुलाने के लिए दें। 
2- बच्चों को पीने के लिए गुनगुना पानी दें, इससे संक्रमण का खतरा कम होगा। 
3- अगर बच्चा थोड़ा बड़ा है तो उसे सांस वाली एक्सरसाइज कराएं। 
4- बच्चों की इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए खट्टे फल खाने के लिए दें। 
5- बच्चों को बैक्टीरियल इंफेक्शन और वायरल इंफेक्शन से बचाने के लिए हल्दी वाला दूध दें। 
6- बच्चों को इस बीमारी के बारे में और सावधानी के बारे में समझाएं, डराएं नहीं। 

मोबाइल और तनाव से दूरी 
तनाव केवल वयस्कों में नहीं होता बल्कि छोटे बच्चे भी इसका शिकार बनते हैं। ध्यान रखें कि तनाव का असर शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली पर पड़ता है। इस बात पर नजर रखें कि इस घबराहट भरे दौर में आपके बच्चे मोबाइल-टीवी पर क्या देख रहे हैं। बच्चों को ध्यान लगाने, व्यायाम और सांस नियंत्रण की तकनीक सिखानी चाहिए।

सर्दी-जुकाम की कर देगी छुट्टी जानिए 5 बेस्ट काढ़ा: Cold Remedy in Corona

सर्दी-जुकाम की कर देगी छुट्टी जानिए 5 बेस्ट काढ़ा

कोरोना महामारी से बचने के लिए लोगों को गोली-दवा के साथ काढ़ा पीने की सलाह दी जा रही है. इस दौरान मौसमी सर्दी-जुकाम से भी लोग परेशान हैं. लक्षण ऐसे जैसे कि कोरोना ही हो, लेकिन यह कोरोना के लक्षण नहीं हैं. मौसमी सर्दी-जुकाम, सीने में दर्द को साधारण घरेलू उपचार से भी ठीक किया जा सकता है.

काढ़ा पीने से क्या है? (Health Benefits of Kadha)

दरअसल, किसी भी बीमारी से बचने के लिए सबसे जरूरी है शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बेहतर हो. किसी दवा गोली से ज्यादा फायदा हमें प्राकृतिक चीजों से मिलता है. हम आपको बता रहे हैं कुछ खास औषधिय गुणों से भरपूर काढ़े कि रेसिपी, जिनकी सामग्री आपके किचन और आसपास मिल जाएंगी.

  1. तुलसी का काढ़ा (Tulsi ka kadha kaise banayen)
    इस काढ़ा को बनाने के लिए आपको चाहिए, 100 ग्राम, दालचीनी 10 ग्राम, तेजपत्त 10 ग्राम, सौंफ 50 ग्राम, छोटी इलायची के दाने 15 ग्राम और 10 ग्राम काली मिर्च.
    कैसे बनाएं
  • सारी चीजों को पीसकर एक बरनी में भरकर रख लें.
  • दो कप पानी एक बर्तन में डालकर गरम करें.
  • जब इसमें उबाल आ जाए तो इसमें आधा छोटा चम्मच तैयार किया काढ़ा मिश्रण डालकर ढक दें.
  • थोड़ी देर तक उबलने दें फिर छानकर कप में डाल लें.
  • थोड़ा गरम रहने पर ही फूंक मारकर इस काढ़े का सेवन करें.
  1. लौंग, तुलसी, अदरक और काली मिर्च का काढ़ा (Laung Tulsi adrak kali mirch kadha recipe)
    सर्दी जुकाम में नाक बंद होने और सीने में दर्द को कम करने के लिए यह काढ़ा बढ़िया माना जाता है. लौंग, तुलसी, अदरक और काली मिर्च का काढ़ा सर्दी जुकाम में फायदा पहुंचाता है. इस काढ़े से पाचन क्रिया दुरुस्त होती है. अदरक का रस गले की खराश को कम करता है.
    कैसे तैयार करें यहा काढ़ा
    लौंग, तुलसी, अदरक और काली मिर्च का काढ़ा बनाने के लिए एक बर्तन में दो कप पानी, 7-8 तुलसी के पत्ते, 5 काली मिर्च, 5 लौंग और एक बड़ा चम्मच कद्दूकस किया अदरक लें. इसे मध्यम आंच पर रखकर 8-10 मिनट तक उबालें.
    इसे छान लें और हल्का गुनगुना ही पीएं. रोजाना सुबह-शाम पीने से सर्दी-जुकाम में आराम मिलता है.
  2. इलायती, शहद वाला काढ़ा (Ilaichi shahad wala kadha)
    कोरोना के शुरुआती लक्षण में सांस लेने में तकलीफ होती है. हालांकि जरूरी नहीं यह कोरोना के ही सिम्पटम्स हों, लेकिन अगर ऐसी परेशानी है तो टेस्ट करवाने से पहले इलायची शहद का काढ़ा आपको इस तकलीफ से निजात दिला सकता है.
    कैसे बनाएं
    इलायची शहद वाला काढ़ा बनाने के लिए एक बर्तन में दो कप पानी में 1 चम्मच इलायची पाउडर डालकर कम से कम 10 मिनट तक उबालें. फिर छानकर गिलास में डाल सें. हल्का गुनगुना रहने पर एक चम्मच शहद डालकर घोलें और पी लें.
  3. लौंग-तुलसी और काला नमक का काढ़ा (Laung tulsi aur kala namak kadha namak recipe)
    लौंग-तुलसी और काला नमक का काढ़ा जोड़ों के दर्द में राहत पहुंचाता है. इस तरह का काढ़ा बनाने के लिए एक बर्तन में दो गिलास पानी धीमी आंच पर रखें. इसमें 8-10 तुलसी के पत्ते, 5 लौंग डालकर अच्छी तरह उबाल लें. जब पानी आधा हो जाए तो एक कांच की गिलास में छान लें. इसमें स्वादानुसार काला नमक मिला लें. गुनगुना ही पी जाएं.
  4. वायरल फीवर को कम करने वाला काढ़ा (Viral Fever Kadha Recipe)
    बदलते मौसम में हर दूसरे व्यक्ति को वायरल फीवर जैसी समस्या होती है. इससे बचने के लिए गोली-दवा अगर नहीं खाना चाहते हैं तो यह काढ़ा बना सकते हैं.
    इसके बनाने के आपको एक बड़ी इलायची, दालीचीनी का एक टुकड़ा, 5 काली मिर्च, 3 लौंग, आधा चम्मच अजवाइन की और चुटकी हल्दी.

एक बर्तन में डेढ़ गिलास पानी डालें और इसमें सभी चीजें डाल दें. जब पानी आधा बचे तो एक कांच की गिलास में छान लें. इसमें एक चुटकी हल्दी डालें और गुनगुना ही पी जाएं. ये सभी काढ़े शरीर में गर्मी पैदा करते हैं. इसलिए इन्हें पीने के साथ ही खान-पान का भी ख्याल रखना होगा. अगर खाली पेट पीएंगे तो लूज मोशन भी हो सकता है.
आपको बता दें कि यह घरेलू उपचार हैं, अगर आप किसी गंभीर बीमारी की दवाइयां ले रहे हैं, काढ़ा पीने से पहले डॉक्टर से जरूर सुझाव ले लें.

Tuesday, May 11, 2021

इम्‍यून‍िटी बूस्‍टर फूड्स: Novel Corona Virus(Covid-19) Immunity Booster Foods

केंद्र सरकार ने जारी की इम्यूनिटी बढ़ाने वाले फूड्स की लिस्ट, कोरोना से बचाव में है मददगार

केंद्र सरकार ने जारी की इम्यूनिटी बढ़ाने वाले फूड्स की लिस्ट, कोरोना से बचाव में है मददगार
 कोरोना काल में कोव‍िड के श‍िकार हैं या वायरस से बचना चाहते हैं तो इन इम्‍यून‍िटी बूस्‍टर फूड्स का सेवन करें, ये ल‍िस्‍ट केंद्र सरकार ने जारी की है 

 
कोरोना से बचने या उबरने के बाद आपको क्‍या खाना चाहि‍ए? अगर आपको कोव‍िड हुआ है या आप कोव‍िड से बचना चाहते हैं तो आपको खाने की ऐसी चीजें चुननी चाह‍िए ज‍िससे आपके शरीर की रोग प्रत‍िरोधक क्षमता बढ़ जाए। अगर आपकी बॉडी की रोग प्रत‍िरोधक क्षमता अच्‍छी रहेगी तो आप वायरस से आसानी से जंग जीत सकते हैं। कोरोना के नए स्‍ट्रेन ने जो तबाही मचाई है उसके चलते लाखों लोग अब तक अपनी जान गवां चुकें हैं। इम्‍यून‍िटी बढ़ाने का मुद्दा भले ही छोटा हो पर इससे आप अपनी और दूसरों की ज‍िंदगी बचा सकते हैं। केंद्र के मुताब‍िक कोव‍िड के 85 प्रतिशत केसों में घर पर ही इलाज और सही पोषण देकर उसे हराया जा सकता है। आपको अपनी डाइट में होल ग्रेन, प्रोटीन, व‍िटाम‍िन और म‍िनरल, हेल्‍दी फैट्स को शाम‍िल करना हैं। इसके साथ ही आप रोजाना प्राणायाम करें ताक‍ि सांस लेने में तकलीफ न हों और योगा का भी सहारा लें। आपकी मदद करने के ल‍िए केंद्र सरकार ने ट्वीट कर ऐसे खाद्य पदार्थों की सूची जारी की है जि‍से खाकर आप कोव‍िड से रिकवरी कर सकते हैं और कुछ हद तक कोव‍िड से बच भी सकते हैं। चल‍िए जानते हैं कौनसे हैं वो जरूरी इम्‍यून‍िटी बूस्‍ट‍िंग फूड्स।

dark choclate for anxiety
1. डॉर्क चॉकलेट (Dark Choclate)
कोरोना के दौरान कई लोगों को डर या एंग्‍जाइटी भी महसूस हो रही है, आसपास की बुरी खबरों का असर भी द‍िमाग पर पड़ रहा है ज‍िसे देखते हुए सरकार ने जो ल‍िस्‍ट जारी की है उसमें ल‍िखा है आप एंग्‍जाइटी कम करने के ल‍िए थोड़ी सी डॉर्क चॉकलेट खा सकते हैं। इस बात का ध्‍यान रखें क‍ि उसमें 70 प्रत‍िशत कोकोआ होना चाह‍िए। 

2. हल्‍दी दूध (Haldi Milk)
आपको रोजाना हल्‍दी वाला दूध पीना है ताक‍ि आपकी इम्‍यून‍िटी बनी रही। हल्‍दी में एंटी-फंगल और एंटी-बैक्‍टीर‍ियल गुण भी होते हैं। कोव‍िड के नए स्‍ट्रेन में गंभीर मरीजों को फंगल इंफेक्‍शन हो रहा है, ऐसे में अगर आप रोजाना हल्‍दी का दूध पीने की आदत डाल लें तो इंफेक्‍शन का कम असर आपकी बॉडी पर होगा।  

Are you looking for natural ways to boost your immunity?
We’ve got you covered!
Here’s few general measures which you can follow to boost your immunity organically amidst #COVID19. #StayHomeStaySafe#IndiaFightsCorona @MoHFW_INDIA @MIB_India @PIB_India pic.twitter.com/KfKk2pLyeL

— MyGovIndia (@mygovindia) May 6, 2021
3. व‍िटाम‍िन और म‍िनरल (Vitamin and Mineral)

 
आपको हर द‍िन 5 अलग-अलग रंगों के फल और सब्‍ज‍ियों को म‍िलाकर खाना चाह‍िए। आप म‍िक्‍ड सलाद भी खा सकते हैं। इससे आपकी इम्‍यून‍िटी बनी रहेगी और बॉडी में व‍िटाम‍िन और म‍िनरल की कमी नहीं होगी। बॉडी में पर्याप्‍त व‍िटाम‍िन और म‍िनरल होने के कारण वायरस बॉडी को ज्‍यादा नुकसान नहीं पहुंचा पाता और अगर नुकसान होता भी है तो बॉडी उसे र‍िपेयर कर लेती है इसल‍िए व‍िटाम‍िन और म‍िनरल जरूरी है। 

4. अमचूर (Amchoor)
कोरोना के ज्‍यादातर मरीजों के मुंह का स्‍वाद और सूंघने की क्षमता कुछ समय के ल‍िए चली जाती है वहीं कुछ मरीजों को खाना गुटकने में भी समस्‍या हो रही है, ऐसे मरीज अपने खाने में अमचूर पाउडर एड करें। इससे आपको स्‍वाद आएगा। इसके अलावा छोटे-छोटे अंतराल पर कुछ हेल्‍दी खाते रहें जो क‍ि खाने में सॉफ्ट हो।

कोव‍िड के मरीज हैं तो वायरस को कैसे हराएं? (How to fight Covid19)
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अगर आप कोव‍िड के मरीज हैं तो आपको इस बात पर ध्‍यान केंद्रि‍त करना चाह‍िए क‍ि आप जो भी खाएं उससे एनर्जी म‍िले, मसल्‍स मजबूत रहें और इम्‍यून‍िटी बढ़े। इसके ल‍िए आप इन चीजों का सेवन करें-

आप हेल्‍दी फैट्स (Healthy Fats) को अपनी डाइट में शाम‍िल करें, जैसे अखरोट, बादाम, ऑल‍िव ऑयल और मस्‍टर्ड ऑयल। 
मसल्‍स की मजबूती के ल‍िए आप होल ग्रेन (Whole Grain) का इस्‍तेमाल करें जैसे रागी, ओट्स और अमरंथ। 
च‍िकन, फ‍िश, अंडे, पनीर, सोया, नट्स और सीड्स आद‍ि का सेवन करें, इससे आपकी बॉडी को प्रोटीन (Protein) म‍िलेगा। 
आपको रोजाना फ‍िज‍िकल एक्‍ट‍िव‍िटी जैसे योगा (Yoga) और ब्रीथिंग एक्‍सरसाइज जैसे प्राणायाम (Pranayam) करना चाह‍िए।  
इम्‍यूनिटी बढ़ाने के ल‍िए खानपान पर ध्‍यान दें, न‍ियम‍ित एक्‍सरसाइज करें और मेड‍िटेट करें। इससे आपकी रोग प्रत‍िरोधक क्षमता बनी रहेगी।

मूर्ति पूजा : क्यों विरोध!

किसी धर्म सभा में एक बार एक कुटिल और दुष्ट व्यक्ति, मूर्ति पूजा का उपहास कर रहा था।

कह रहा था “मूर्ख लोग मूर्ति पूजा करते हैं। एक पत्थर को पूजते हैं. पत्थर तो निर्जीव है. जैसे कोई भी पत्थर. हम तो पत्थरों पर पैर रख कर चलते हैं. सिर्फ मुखड़ा बना कर पता नही क्या हो जाता है उस निर्जीव पत्थर पर, जो पूजा करते हैं?”

पूरी सभा उसकी हाँ में हाँ मिला रही थी.

स्वामी विवेकानन्द भी उस सभा में थे. कुछ टिप्पड़ी नहीं की. बस सभा ख़त्म होने के समय इतना कहा कि अगर आप के पास आप के पिताजी की फोटो हो तो कल सभा में लाइयेगा।

दूसरे दिन वह व्यक्ति अपने पिता की फ्रेम की हुयी बड़ी तस्वीर ले आया. उचित समय पाकर, स्वामी जी ने उससे तस्वीर ली, ज़मीन पर रखा और उस व्यक्ति से कहा, "इस तस्वीर पर थूकिये”. आदमी भौचक्का रह गया. गुस्साने लगा. बोला, ये मेरे पिता की तस्वीर है, इस पर कैसे थूक सकता हूँ.”

स्वामी जी ने कहा, "तो पैर से छूइए”. वह व्यक्ति आगबबूला हो गया. "कैसे आप यह कहने की धृष्टता कर सकते हैं कि मैं अपने पिता की तस्वीर का अपमान करूं?”

“लेकिन यह तो निर्जीव कागज़ का टुकड़ा है”. स्वामी जी ने कहा.तमाम कागज़ के तुकडे हम पैरों तले रौंदते हैं.

लेकिन यह तो मेरे पिता जी तस्वीर है. कागज़ का टुकड़ा नहीं. इन्हें मैं पिता ही देखता हूँ.” उस व्यक्ति ने जोर देते हुए कहा. "इनका अपमान मै बर्दाश्त नहीं कर सकता"

हंसते हुए स्वामीजी बोले, "हम हिन्दू भी मूर्तियों में अपने भगवान् देखते हैं, इसीलिए पूजते हैं."

पूरी सभा मंत्रमुग्ध होकर स्वामीजी कि तरफ ताकने लगी.

समझाने का इससे सरल और अच्छा तरीका क्या हो सकता है?

मूर्ति पूजा, द्वैतवाद के सिद्धांत पर आधारित है. ब्रह्म की उपासना सरल नहीं होती. क्योंकि उसे देख नहीं सकते. ऋषि मुनि ध्यान करते थे. उन्हें मूर्तियों की ज़रूरत नहीं पड़ती थी. आँखे बंद करके समाधि में बैठते थे. वह दूसरा ही समय था. अब उस तरह के व्यक्ति नहीं रहे जो निराकार ब्रह्म की उपासना कर सकें, ध्यान लगा सकें. इसलिए साकार आकृति सामने रख कर ध्यान केन्द्रित करते हैं. भावों में ब्रह्म को अनेक देवी देवताओं के रूप में देखते हैं. भक्ति में तल्लीन होते हैं. तो क्या अच्छा नहीं करते?

माता-पिता की अनुपस्थिति में हम जब उन्हें प्रणाम करते हैं तो उनके चेहरे को ध्यान में ही तो लाकर प्रणाम करते हैं.चेहरा साकार होता है और हमारी भावनाओं को देवताओं-देवियों के भक्ति में ओत-प्रोत कर देता है. मूर्ति पूजा इसीलिए करते हैं कि हमारी भावनाएं पवित्र रहें.

“जाकी रही भावना जैसी, प्रभु मूरत देखी तिन तैसी”             

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